सरकारी दावों की खुली पोल: 72 घंटे में भुगतान का वादा निकला झूठा
हरियाणा की नायब सैनी सरकार द्वारा किसानों की फसल का भुगतान 72 घंटे में करने का दावा अब खोखला साबित हो रहा है। सिरसा की अनाज मंडी में किसानों की सरसों की फसल का अब तक भुगतान नहीं हो पाया है, जिससे किसान बेहद परेशान हैं।
नैफेड द्वारा खरीदी गई सरसों का अब तक नहीं हुआ उठान
सिरसा अनाज मंडी में नैफेड द्वारा 9 अप्रैल से पहले खरीदी गई सरसों के करीब 11,000 बैग का अब तक उठान नहीं हो सका है। इस कारण किसानों के बैंक खातों में भुगतान नहीं पहुंचा है। इससे सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
हैफेड की कमर्शियल खरीद भी अधूरी
10 अप्रैल से हैफेड द्वारा सरसों की कमर्शियल खरीद शुरू की गई थी। लेकिन इसके तहत खरीदे गए लगभग 50,000 बैग का भी अभी तक उठान नहीं किया गया है। यह सभी बैग सिरसा अनाज मंडी में पड़े हैं, और जिले भर का आंकड़ा इससे भी अधिक बताया जा रहा है।
भारतीय किसान एकता की मुख्यमंत्री से अपील
भारतीय किसान एकता (बीकेई) ने हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से अपील की है कि मंडियों में पड़ी सरसों और गेहूं का तत्काल उठान करवाया जाए। साथ ही किसानों के खातों में उनकी फसलों की पूरी पेमेंट शीघ्र डाली जाए, ताकि उन्हें आर्थिक संकट का सामना न करना पड़े।