उत्तर भारत में मौसम का अलर्ट: 24 फरवरी से 1 मार्च के बीच बारिश, बर्फबारी और ओलावृष्टि की संभावना
24 से 26 फरवरी: वेस्टर्न डिस्टरबेंस का असर
उत्तर भारत में 24 से 26 फरवरी के बीच एक मजबूत वेस्टर्न डिस्टरबेंस सक्रिय होने की संभावना है। इस दौरान पहाड़ी इलाकों में भारी बारिश और बर्फबारी होगी, जहां कहीं-कहीं 200 से 300 मिलीमीटर से अधिक वर्षा दर्ज की जा सकती है।
पंजाब के उत्तरी और उत्तर-पश्चिमी हिस्सों में 24 और 25 फरवरी को हल्की बारिश और बूंदाबांदी हो सकती है। वहीं, राजस्थान के श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ जिलों में नाममात्र की बूंदाबांदी या कहीं-कहीं हल्की बारिश देखने को मिलेगी।
27 फरवरी से 1 मार्च: खतरनाक मौसम का दौर
26 फरवरी की रात से लेकर 1 मार्च तक वेस्टर्न डिस्टरबेंस और अधिक प्रभावी हो जाएगा। इस दौरान पंजाब और हरियाणा में भारी बारिश के साथ तेज हवाएं चलने और ओलावृष्टि की आशंका है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, इस दौरान तीन से पांच टॉरनेडो जैसी स्थितियां भी बन सकती हैं। उत्तरी, पश्चिमी और पूर्वी भागों में तेज बारिश के साथ-साथ ओलावृष्टि की संभावना बनी हुई है।
राजस्थान में 27 फरवरी से 1 मार्च के बीच भारी असर
राजस्थान में इस सिस्टम का असर 27 फरवरी से शुरू होकर 1 मार्च तक रहेगा। 28 फरवरी और 1 मार्च को इसका प्रभाव सबसे अधिक रहेगा। जैसलमेर, बीकानेर, श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ सहित उत्तरी जिलों में मध्यम से तेज बारिश के साथ भारी ओलावृष्टि की संभावना है। चूरू और झुंझुनू के इलाकों में भी तेज बारिश और ओलावृष्टि हो सकती है।
फाइनल अपडेट: 25 फरवरी को
मौसम से जुड़ी सटीक जानकारी और अंतिम अनुमान 25 फरवरी को जारी किया जाएगा। इस दौरान फसलों को सुरक्षित रखने और यात्रा करने से पहले मौसम की स्थिति को ध्यान में रखने की सलाह दी जाती है।